Bhagya Lakshmi Written Update 1st February 2025

Bhagya Lakshmi Written Update 1st February 2025: हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सब? मेरे छोटे से ब्लॉग में आपका स्वागत है, आज मैं आपके लिए एक नई अपडेट लेकर आया हूं, तो चलिए बिना देर किये जान लेते हैं।

Bhagya Lakshmi Written Update 1st February 2025

Bhagya Lakshmi Written Update 1st February 2025

आयुष ने अनुष्का पर एक भयावह आरोप लगाया, जिससे माहौल में तनाव फैल गया। “हमारे बीच कभी पति-पत्नी जैसा रिश्ता नहीं रहा, अनुष्का,” उसने कड़वाहट भरी आवाज़ में कहा। “शादी से पहले ही मैंने यह साफ कर दिया था कि मैं तुमसे कभी उस तरह प्यार नहीं कर सकता, जिस तरह एक पत्नी को प्यार मिलना चाहिए। मेरा दिल शालू का है।”

अनुष्का, जिसका चेहरा पीला पड़ गया था, विद्रोही खड़ी थी। “तुम सच जानते थे, फिर भी तुमने मुझसे शादी करने का फैसला किया, आयुष! तुमने मुझे ऐसे प्यार में विश्वास करने दिया, जो कभी हुआ ही नहीं। अब तुम मुझे धोखे के लिए जज करने की हिम्मत कर रहे हो?” आयुष का जबड़ा कस गया। “इसी तरह से मेरी परवरिश हुई है, अनुष्का।

जब मैं किसी से प्यार करता हूँ, तो मेरी वफ़ादारी उसके साथ होती है, और सिर्फ़ उसके साथ। मैं कभी किसी दूसरी महिला के दिल में खालीपन नहीं भरूँगा।” ऋषि ने बढ़ते टकराव को देखते हुए कहा, “आयुष, तुम्हें किसी के खालीपन को भरने की ज़रूरत नहीं है। तुम्हारी जगह शालू के पास है।” नीलम ने ऋषि के शब्दों को चुनौती दी, “ऐसा कैसे संभव हो सकता है?” लेकिन ऋषि अड़े रहे। “माँ, उसने इसके लिए बहुत इंतज़ार किया है। उसे शालू के साथ रहने दो।”

अचानक, घर में गोली की आवाज़ गूंजी, जिसने पहले से ही तनावपूर्ण माहौल को तोड़ दिया। आँचल चौंक गई, सीढ़ियों से नीचे भागी, उसका चेहरा चिंता से भरा हुआ था। “सब ठीक है? मैंने गोली की आवाज़ सुनी!”

नीलम पर नज़र गड़ाए पुलिस इंस्पेक्टर ने मौके का फ़ायदा उठाया। एक तेज़ चाल से उसने नीलम को निहत्था कर दिया और उसे अपने वश में कर लिया। दूसरे अधिकारी ने अनुष्का को पकड़ लिया।

जैसे ही अधिकारियों ने नीलम और अनुष्का को ले जाने का प्रयास किया, गुस्से से भरी अनुष्का ने शालू को एक ज़हरीला श्राप दे दिया। “तुम आयुष को कभी नहीं पा सकोगी! तुम उसके प्यार के लिए तरसती हो, लेकिन यह हमेशा तुम्हारी पहुँच से बाहर रहेगा!”

लक्ष्मी ने गुस्से से भरी आँखों से अनुष्का का सामना किया। “तुमने अपनी बहन को श्राप देने की हिम्मत कैसे की? तुम जो बोओगी, वही काटेगी। तुम्हारे कर्मों ने तुम्हें आज जेल पहुँचा दिया है।”

अनुष्का ने बिना रुके जवाब दिया, “तुम्हें भी खुशी नहीं मिलेगी लक्ष्मी! तुम्हारा अपना प्यार भी मायावी ही रहेगा!”

शालू का दिल दुख रहा था, उसने अपनी बहन से रुकने की विनती की।

जैसे ही अधिकारी अनुष्का और नीलम को ले जाने वाले थे, आयुष ने हस्तक्षेप किया। “अनुष्का ऐसे नहीं जाती,” उसने अपनी आवाज़ को दृढ़ करते हुए कहा।

अनुष्का ने उसके शब्दों का गलत अर्थ निकालते हुए मुस्कुराया। “देखा, लक्ष्मी? अभी भी, वह मेरे बारे में चिंतित है।”

हालाँकि, आयुष का इरादा कुछ और था। “मैं तुम्हें दिखाना चाहता हूँ कि तुम मेरे दिल में वास्तव में कहाँ हो,” उसने कहा, उसकी नज़र शालू पर गई। उसने हाथ बढ़ाया, उसका हाथ थोड़ा काँप रहा था, और उसने धीरे से शालू के बालों को छुआ।

फिर, एक जानबूझकर हरकत के साथ, उसने अपने खून से उसके विदा होने पर एक रेखा खींच दी।

अनुष्का, इस अंतरंग इशारे को देखकर, क्रोध की एक नई लहर से भर गई। “मैं तुम्हें मार डालूँगा, शालू!” वह चीखी, उसकी आँखों में हत्या का इरादा भरा हुआ था।

लक्ष्मी, जिसकी आवाज़ में बर्फीले संकल्प की झलक थी, ने अनुष्का को याद दिलाया, “पहले तुम्हें मुझसे होकर गुज़रना होगा।”

अधिकारी आखिरकार अनुष्का और नीलम को ले गए, पीछे बिखरते रिश्तों और टूटे दिलों का निशान छोड़ गए।

ओबेरॉय परिवार आयुष को अस्पताल ले गया, उसके लिए उनकी चिंता साफ़ झलक रही थी। करिश्मा, व्याकुल, अपने परिवार के सदस्यों द्वारा सांत्वना दी गई।

शालू, आयुष के स्थिर शरीर पर अपनी नज़र गड़ाए हुए, उन नाटकीय घटनाओं को फिर से जी रही थी जो सामने आई थीं। अब उसके बालों पर लगा खून, आयुष के अटूट प्रेम का एक मार्मिक प्रतीक, उनके द्वारा तय किए गए उतार-चढ़ाव भरे रास्ते की एक कड़वी-मीठी याद दिलाता था।

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